जैसे शास्त्रीय संगीत ताल के बिना बिल्कुल अधूरी है l वैसे ही सनातन धर्म में अनेक मंत्र हैं पर मंत्रों की सिद्धि मंत्रों की शुद्धि के बिना बिल्कुल अधूरी हैl मंत्रों के जाप करने से पहले मंत्रों की शुद्धि बहुत जरूरी हैl इसीलिए सुबह उठकर अपनी दैनिक क्रिया करेंl गंगाजल या यमुना जल में स्नान करेंl फिर धोती या कट फेरा बांधे या शुद्ध वस्त्र धारण करें फिर जाप करने वाले स्थान को भी गंगाजल या यमुना जल की सहायता से शुद्ध करेंl अपना आसन बिछाए कोशिश करें कि आपका आसन कुशा (एक पारंपरिक प्रकार की प्रार्थना चटाई जो घास से बनी होती है ) का होl क्योंकि कुशा से बने हुए आसन पर जब करने से उसकी ऊर्जा वही रहती हैl और शास्त्रों के अनुसार कुशा शुद्ध होती हैl कुशा का आसन होने से ध्यान भटकता नहीं है एकाग्रता रहती हैl आसन पर बैठकर फिर अपनी माला को शुद्ध करेंl गंगाजल या यमुना जल से अपनी माला के मनको को धोयेl फिर धूप या दीपक के ऊपर से घुमाएंl ऐसा करने से माला शुद्ध हो जाती हैl पर जाप करने से पहले माला को ध्यान से देख लें उसमें 108 मनके हैं या नहीं हैl
फिर आपका जो भी मंत्र है उसको 1-1 मनका पर धीरे-धीरे सामान्य गति में एक-एक शब्द को या बीज मंत्र को ध्यान से पढ़ेंl आपके मंत्रों का गलत उच्चारण या फिर कभी तेज और कभी धीरे गति होने से जाप मैं फायदा नहीं होगा और ना ही सिद्धि प्राप्त हो पाएगीl ध्यान दें आप जो भी मंत्र कर रहे हैं वह किसी विद्वान जैसे आपके गुरु, संत या कोई आचार्य या कोई पंडित जी से आज्ञा लेकर उस मंत्र का जाप करेंl ध्यान रखें आज्ञा ना लेने से या मंत्र के गलत उच्चारण से आपको बहुत सी हानियां हो सकती हैl
भगवान शिव का मंत्रों का अनुष्ठान केवल और केवल रुद्राक्ष की माला पर ही किया जाता हैl या लक्ष्मी जी के मंत्र का जाप या अनुष्ठान केवल कमलगट्टे की माला पर या स्फटिक की माला पर ही किया जाता हैl भगवान श्रीकृष्ण या विष्णु भगवान के नाम मंत्र का जाप केवल और केवल तुलसा की माला पर ही किया जाता हैl ऐसे ही सभी देवी देवताओं के मंत्रों को अलग-अलग माला पर ही किया जाता हैl
श्रीमद् गीता जी में भगवान श्री कृष्ण अपने मुख से कह रहे हैं सब यज्ञों में से जप यज्ञ सर्वश्रेष्ठ है l श्री राम चरित्र मानस में तुलसीदास जी कहते हैं जो भक्त नाम जाप करते हैं उनके जीवन के सभी कष्ट और दुख दूर हो जाते हैंl इसीलिए नाम जाप शुद्धि के साथ किए जाने से मनुष्य के जीवन में बहुत से लाभ होते हैंl
अब मंत्रों की सिद्धि कैसे करें ?
मंत्रों की सिद्धि करने के लिए तो बहुत से तरीके हैं परन्तु सबसे आसान तरीका यह है कि मंत्रों का उच्चारण बहुत ही शुद्ध रूप से किया गया हो मंत्रों को जाप करने का समय ब्रह्म मुहूर्त का हो या सूर्य अस्त का होl मंत्रों की सिद्धि के लिए कुछ विशेष दिन विशेष मुहूर्त ही होते हैंl एक समय और एक स्थान पर लंबे समय तक जाप करने से मंत्र सिद्ध हो जाता हैl