महामृत्युंजय मंत्र जाप के फायदे


शास्त्रों के अनुसार भगवान शिव को मृत्यु का देवता कहा गया है। महामृत्युंजय मंत्र भगवान शिव के सभी मंत्रों में से प्रमुख मंत्र माना जाता है शिव पुराण में व्याख्या है महामृत्युंजय मंत्र ही केवल ऐसा मंत्र है जो अकाल होने वाली मृत्यु जैसे कुंडली में मांगलिक दोष, कालसर्प दोष, नाडी दोष, भूत प्रेत दोष, गर्व नाश, शरीर में होने वाली बड़ी बीमारियां जैसे कैंसर, घायल होना आदि पर विजय प्राप्त कर आता है क्योंकि महामृत्युंजय मंत्र के जाप से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और दीर्घायु प्रदान करते हैं। महामृत्युंजय मंत्र को करने का नियम भी ह जिसकी हमें पलना करनी चाहिए

 

धार्मिक दृष्टि से तो यह मंत्र शक्तिशाली है ही पर वैज्ञानिक हिसाब से महामृत्युंजय मंत्र को संगीत का विज्ञान भी कहा जाता है क्योंकि महामृत्युंजय मंत्र का उच्चारण लंबे स्वरों में गहरी सांस के साथ किया जाता है। और महामृत्युंजय मंत्र में कुछ बीज मंत्र और ओम हैं जिसके कारण बार-बार उच्चारण से हमारे शरीर की सूर्य और चंद्र नाड़ी में कंपन पैदा होती है जिससे नदियों में और चक्रों में ऊर्जा का संचार होता है।

 

महामृत्युंजय मंत्र से हमारे शरीर में शक्ति आती है रोग से लड़ने की क्षमता पैदा होती है इस मंत्र का जाप करने वाले या सुनने वाले को यह लाभ प्राप्त होता है इसीलिए महामृत्युंजय मंत्र का सभी को उच्चारण जरूर करना चाहिए।

 

ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्

उर्वारुकमिव बन्धनान्मृ त्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ।