नर्मदेश्वर शिवलिंग के लाभ


माना जाता है कि नर्मदा नदी को वरदान प्राप्त होने के कारण इस नदी में से निकलने वाले हर पत्थर पर भगवान शिव का वास होता है। और कहा जाता है कि इस नदी में से निकलने वाले पत्थरों का आकार शिवलिंग जैसा होता है। इसी कारण उन पत्थरों को नर्मदेश्वर शिवलिंग के नाम से मान्यता प्राप्त है और कहा जाता है यह शिवलिंग बड़े आकर्षित और चमकीले होते हैं। अधिकतर यह शिवलिंग ओमकारेश्वर या धावड़ी कुंड में अधिक मात्रा में पाए जाते हैं।

 

शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि धातु से बने शिवलिंग जैसे सोने या चांदी के बने शिवलिंग का पूजन करने से जो फल प्राप्त होता है उससे 100 गुना अधिक फल प्राप्त मिट्टी के बने शिवलिंग की पूजा करने से प्राप्त होता है। और उससे कई हजार गुना फल नर्मदेश्वर शिवलिंग की पूजा करने से प्राप्त होता है।

 

इसलिए शिव भक्त इस नदी में स्नान करके नर्मदा नदी से आज्ञा लेकर यह शिवलिंग अपने घर में लाकर पूजन करते हैं क्योंकि माना जाता है कि जिस घर में यह शिवलिंग होता है या इस शिवलिंग की पूजा की जाती है उस घर के सभी संकट कष्ट अपने आप नष्ट हो जाते हैं और इस शिवलिंग पर जल चढ़ाने से अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता घर में यम का प्रवेश नहीं होता और लक्ष्मी में वृद्धि होती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।