नर्मदा नदी में पाए जाते हैं शिवलिंग - नर्मदा का हर कंकर है शंकर


नर्मदा का हर कंकर है शंकर

वैसे तो भारत में सभी गंगा को बहुत पवित्र मानते हैं पर नर्मदा पुराण में वर्णन किया गया है कि जो फल गंगा के स्नान करने से प्राप्त होता है वही फल नर्मदा नदी के दर्शन मात्र से प्राप्त होता है। नर्मदा नदी से निकला हुआ पत्थर भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है।

 

नर्मदा से निकलने वाले पत्थरों का आकार शिवलिंग जैसा होता है जैसे नेपाल की गंडकी नदी में निकलने वाले काले रंग के पत्थर को शालिग्राम माना जाता है। बिल्कुल उसी प्रकार नर्मदा से निकलने वाले पत्थर को नर्मदेश्वर शिवलिंग कहा जाता है। कहा जाता है कि इस पत्थर को प्राण प्रतिष्ठा की जरूरत नहीं होती क्योंकि इस पत्थर में ही भगवान शिव का वास माना जाता है ऐसा शिव पुराण में व् नर्मदा पुराण में वर्णन किया गया है। क्योंकि नर्मदा को भगवान शिव की पुत्री कहा जाता है और कहा जाता है कि नर्मदा नदी पर भगवान शिव की अपार कृपा है।

 

नर्मदा नदी केवल ऐसी नदी है जो उलटी दिशा की ओर बहती है पूर्व से पश्चिम की ओर बहती है इस नदी के किनारे कई तीर्थ स्थापित हैं और उन सभी तीर्थों का वर्णन श्री मत्स्य पुराण में किया गया है। नर्मदा से निकले हुए शिवलिंग की पूजा करने से बहुत लाभ प्राप्त होता है।