दुर्गा की महाक्रांति


एक समय की बात है, जब धरती पर असुरों का आतंक फैल गया था। असुरों का राजा महिषासुर इतना शक्तिशाली था कि उसने सभी देवताओं को परास्त कर दिया था। देवताओं ने मिलकर एक योजना बनाई। उन्होंने ब्रह्मा, विष्णु और शिव के पास गए और उनसे सहायता मांगी। उन्होंने देवी दुर्गा को प्रकट करने का निश्चय किया। देवताओं ने अपने-अपने दिव्य गुणों को एकत्रित किया और एक अद्वितीय शक्ति का निर्माण किया – देवी दुर्गा। देवी के प्रकट होते ही धरती पर एक नई रोशनी छा गई।

 

देवी दुर्गा ने अपने दस भुजाओं में अलग-अलग अस्त्र-शस्त्र धारण किए। उनके चेहरे पर अद्भुत तेज था और उनकी आंखों में एक अद्वितीय साहस। महिषासुर ने जब सुना कि देवी दुर्गा धरती पर आई हैं, तो उसने उन्हें चुनौती दी। वह अपने पूरे बल के साथ देवी से लड़ने आया। महिषासुर ने अपने हजारों सैनिकों के साथ देवी दुर्गा पर आक्रमण किया। पर देवी ने बिना किसी भय के उन पर हमला किया। देवी दुर्गा ने अपने तीर-धनुष से असुरों पर वार किया। उन्होंने अपने त्रिशूल से महिषासुर के सभी भक्तों को समाप्त किया। पर महिषासुर ने अपनी शक्ति का प्रदर्शन करना नहीं छोड़ा। उसने अपने असंख्य रूप बदले, लेकिन देवी दुर्गा ने उसे हर बार पराजित किया। अंत में, महिषासुर ने अपने सबसे भयानक रूप में देवी दुर्गा के सामने प्रकट होने का निश्चय किया।

 

वह एक विशाल भैंसे का रूप धारण कर चुका था। उसने देवी को डराने की कोशिश की, लेकिन देवी दुर्गा ने अपने साहस को बनाए रखा। उन्होंने महिषासुर के हमलों को बहुत ही चतुराई से टाला। अंत में, देवी ने एक शक्तिशाली वार किया और महिषासुर को अपने त्रिशूल से भेद दिया। महिषासुर ने अंतिम सांस ली और देवी की शक्ति के सामने हार मान ली। जब महिषासुर का अंत हुआ, तब धरती पर शांति छा गई। देवी दुर्गा ने असुरों को नष्ट किया और धरती को बुराई से मुक्त किया। सभी देवताओं ने मिलकर देवी का स्वागत किया और उनकी शक्ति को स्वीकार किया।

 

इस प्रकार, देवी दुर्गा ने न केवल धरती को बचाया, बल्कि सभी भक्तों को यह विश्वास दिलाया कि सच्चाई और धर्म की हमेशा जीत होती है। देवी दुर्गा की इस महाक्रांति ने सभी को यह सिखाया कि जब भी बुराई सिर उठाए, तब सच्चाई और साहस के साथ उसका सामना करना चाहिए। आज भी, देवी दुर्गा की पूजा हर वर्ष नवरात्रि पर्व के दौरान धूमधाम से की जाती है। यह पर्व हमें याद दिलाता है कि देवी दुर्गा सदैव हमारे साथ हैं, हमें बुराई से लड़ने के लिए प्रेरित करती हैं।