जय औरल माता मैया जय औरल माता
खंडेला गाँव विराजे रावतो की माता, मैया जय औरल माता

तेरे दरश से माता,सब दुःख छट जाता मैया सब दुःख--
जो कोई तुझको ध्यावे जग से तर जाता मैया जय---

लाल सुरंगी मेहँदी हाथा में राचें मैया हाथा मे राचें
झिलमिल झिलमिल चुंदड माता पर साजे मैया जय--

काना माही झुमका मोती सा चमके मैया मोती सा चमके हाथा माही चुडला हीरा सा दमके मैया जय---

पग पैजनीया, कमर तागडी सिर पर चवर ढुरे मैया सिर पर चवर ढुरे
जगमग थारी जोत जले और छपपन भोग लगे मैया जय--

देख देख थारो रूप सुहानो मन माहको हरसे मैया मन माहको हरसे
लाल ध्वजा मंदिर पर फहरे नोबत ढोल बजे मैया जय--

रतन सिंहासन बैठी माता अदभुद रूप लगे मैया अदभुद रूप लगे
भगत करे गुणगान, रावत करे गुणगान गगन से अमृत सो बरसे मैया जय---

बोलो औरल माता की जय
बोलो रावतो की माता की जय