जय हो गंगाराम बाबा जय हो गंगाराम।
कष्ट निवारण मंगल दायक हो सब सुख के धाम।। बाबा।
सच्चे मन से ध्यान धरे जो उनके सारे नाम।
धन-वैभव वह सब सुख पाता जाने जगत तमाम ।। बाबा
प्रात: काल थारी करां वंदना लेकर थारो नाम।
चन्दन पुष्प चढ़ावा थारे और करां प्रणाम || बाबा।। 
रोग शोक काटो थे बका बसो झुंझुनू धाम।
आ मन्दिर जो दर्शन करसी पासी सुख सन्तान। बाबा।।
देवलोक में आप विराजो सारे जग में हो महान।
जो कोई सुमिरण करे आपका हो निश्चय कल्याण ॥ बाबा॥
श्रद्धा भाव जो मन में राखे धरे आपका ध्यान।
उसकी रक्षा आप करो नित हो करुणा के धाम। बाबा॥
म्हें हाँ बालक तारा बाबा म्हाने नही कुछ ज्ञान।
हाथ जोड़कर विनती करां म्हें हां भोला नादान॥ बाबा॥
सुख सम्पत्ति के देने वाले सदा करो कल्याण।
भूल-चूक म्हारी माफ करो थे देव बड़े बलवान॥ बाबा॥